छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश के ईएसआईपी परिदृश्य में वन कार्बन मापन और निगरानी पर प्रशिक्षण
पारितंत्र सेवाएं सुधर परियोजना (ईएसआईपी) की शुरुआत से अब तक वन कार्बन मापन और निगरानी घटक के तहत 33 प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन किया जा चुका है। राज्य वन विभाग का सैंपल प्लॉट्स की संख्या का निर्धारण, सैंपल प्लाट डालने और वन पारिस्थितिकी तंत्र में वन कार्बन स्टॉक के आंकलन में क्षमता का विकास किया गया । राज्य वन विभाग के अधिकारियों को एड्डी कोवेरीअन्स तकनीक का उपयोग वन कार्बन स्टॉक मापन और सुदूर संवेदन एवं भौगोलिक सूचना प्रणाली द्वारा वन कार्बन स्टॉक मापन करने के लिए प्रशिक्षित किया गया। परियोजना क्षेत्र की संयुक्त वन प्रबंधन समितियों (जेएफएमसी) के लिए वन कार्बन स्टॉक के मापन पर प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। जेएफएमसी सदस्यों को वन पारिस्थितिकी तंत्र पर जलवायु परिवर्तन के प्रभावों, सैंपल प्लाट डालने, नमूना एकत्र करने के बारे में जागरूक किया गया।
साल | वन कार्बन मापन और निगरानी पर प्रशिक्षण | प्रशिक्षण की संख्या | स्थान | प्रतिभागी | ||
---|---|---|---|---|---|---|
पुरुष | महिला | कुल | ||||
अप्रैल 2018 – मार्च 2019 |
जैव विविधता और वन कार्बन स्टॉक आकलन |
2 |
छत्तीसगढ़: बिलासपुर मध्य प्रदेश: होशंगाबाद |
123 |
0 |
123 |
अप्रैल 2019 – मार्च 2020 |
वन कार्बन स्टॉक आकलन में जीआईएस और आरएस का अनुप्रयोग |
1 |
मध्य प्रदेश: इटारसी, बानापुरा, बुदनी छत्तीसगढ़: पाली, बिलासपुर |
52 |
2 |
54 |
एसएफडी के लिए वन कार्बन स्टॉक का मापन |
5 |
मध्य प्रदेश: इटारसी, बानापुरा, बुदनी छत्तीसगढ़: पाली, बिलासपुर |
208 |
5 |
213 |
|
अप्रैल 2020 – मार्च 2021 |
संयुक्त वन प्रबंधन समितियों के लिए वन कार्बन स्टॉक मापन |
8 |
मध्य प्रदेश: बानापुरा, बुदनी, भौरा, इटारसी छत्तीसगढ़: कवर्धा, रघुनाथनगर, मरवाही, पाली |
275 |
90 |
365 |
राज्य REDD+ कार्य योजना तैयार करने हेतु हितधारकों की विशेषज्ञ परामर्श कार्यशाला | 1 |
छत्तीसगढ़: रायपुर | 58 |
8 |
66 |
|
अप्रैल 2021- मार्च 2022 |
ईएसआईपी परिदृश्य की संयुक्त वन प्रबंधन समितियों के लिए वन कार्बन स्टॉक के मापन पर व्यावहारिक प्रशिक्षण |
7 |
मध्य प्रदेश: बानापुरा, बुदनी, सुखतावा छत्तीसगढ़: पंडरिया पश्चिम, रघुनाथनगर, मरवाही, पाली |
266 |
129 |
395 |
राज्य वन विभाग के लिए वन कार्बन स्टॉक के मापन पर प्रशिक्षकों (टीओटी) का प्रशिक्षण |
7 |
मध्य प्रदेश: इटारसी (18 वन प्रभाग) छत्तीसगढ़: कांकेर,बिलासपुर, अंबिकापुर, कवर्धा, (35 वन प्रभाग) |
282 |
14 |
296 |
|
वन कार्बन मापन के लिए एड्डी कोवेरीअन्स तकनीक के अनुप्रयोग पर प्रशिक्षण | 2 |
मध्य प्रदेश: इटारसी छत्तीसगढ़: अंबिकापुर |
48 |
6 |
54 |
|
कुल योग | 33 | 1312 | 254 | 1566 |
छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश के ईएसआईपी परिद्रश्यों में सतत् भूमि और पारितंत्र प्रबंधन पर प्रशिक्षण
ईएसआईपी की शुरुआत से अब तक सतत् भूमि विकास और पारितंत्र प्रबंधन पर 146 प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जा चुके हैं। छत्तीसगढ़ (छ.ग.) और मध्य प्रदेश (म.प्र.) में चालू वर्ष (2021-22) में 68 प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए गए। महिलाओं (4113) और पुरुषों (6444) को विभिन्न एसएलईएम की सर्वश्रेष्ठ प्रणालियां जैसे एकीकृत कृषि विकास, वर्षा जल संचयन, लाख की खेती, सघन धान प्रणाली और वर्मी कंपोस्टिंग पर प्रशिक्षित किया गया। प्रशिक्षण कार्यक्रम के तकनीकी सत्र में लाख लगाना, जैव कीटनाशक और जैव उर्वरक तैयार करना जैसे सर्वोत्तम प्रणालियों का प्रदर्शन शामिल है। परियोजना क्षेत्र के स्थानीय समुदायों के लिए वर्षा जल संचयन और जल संसाधनों के संवर्धन पर एक्सपोजर दौरा भी आयोजित किया गया।
साल | एसएलईएम सर्वोत्तम प्रणालियो पर प्रशिक्षण | प्रशिक्षण की संख्या | स्थान | लाभार्थियों की संख्या | ||
---|---|---|---|---|---|---|
पुरुष | महिला | कुल | ||||
अप्रैल 2018 – मार्च 2019 |
सहभागी ग्रामीण मूल्यांकन का उपयोग करते हुए सामुदायिक संघटन |
1 |
बिलासपुर |
56 |
4 |
60 |
अप्रैल 2019 – मार्च 2020 |
वर्षा जल संचयन और जलसंसाधनों के संवर्धन पर एक्सपोजर दौरा | 3 |
छिंदवाड़ा, बानापुरा वन रेंज के लाभार्थी |
65 |
28 |
93 |
एकीकृत कृषि विकास और फसल विविधीकरण पर एक्सपोजर दौरा |
1 |
सीहोर |
29 |
14 |
43 |
|
सतत् भूमि उत्पादकता के लिए एकीकृत कृषि विकास पर एक्सपोजर दौरा | 1 |
सीहोर |
14 |
0 |
14 |
|
छत्तीसगढ़ के ईएसआईपी क्षेत्रों के स्थानीय समुदायों के लिए आजीविका सृजन और जैव विविधता संरक्षण के लिए लाख की खेती |
4 |
छत्तीसगढ़ के मरवाही और पाली वन रेंज के गांव |
110 |
134 |
244 |
|
सघन धान प्रणाली | 1 |
बिलासपुर |
20 |
7 |
27 |
|
सतत् भूमि उत्पादकता के लिए एकीकृत कृषि विकास |
2 |
छत्तीसगढ़ के मरवाही और पाली वन रेंज के गांव | 133 |
52 |
185 |
|
अप्रैल 2020 – मार्च 2021 |
स्थानीय समुदायों के लिए एकीकृत कृषि विकास और लाख की खेती |
28 |
मध्य प्रदेश: भौरा, छत्तीसगढ़: पाली, रघुनाथनगर, पंडरिया पश्चिम वन रेंज के गांव | 1285 |
1036 |
2321 |
अप्रैल 2020 – मार्च 2021 |
सतत् भूमि उत्पादकता के लिए एकीकृत कृषि विकास: ईएसआईपी परिद्रश्यों के ग्रामीणों के लिए जैविक कृषि, जैव उर्वरक और जैव कीटनाशक | 8 |
मध्य प्रदेश: बुदनी वन रेंज के गांव | 432 |
132 |
564 |
सतत् भूमि उत्पादकता के लिए एकीकृत कृषि विकास |
20 |
मध्य प्रदेश: इटारसी, बानापुरा, सुखतावा वन रेंज के गांव | 871 |
496 |
1367 |
|
आजीविका सृजन और जैव विविधता संरक्षण के लिए लाख की खेती |
9 |
छत्तीसगढ़: मरवाही वन रेंज के गांव | 230 |
146 |
376 |
|
अप्रैल 2021 – मार्च 2022 |
एसएलईएम सर्वोत्तम प्रणलियों तथा पर्यावरण और सामाजिक सुरक्षा उपायों का उन्नयन | 68 |
मध्य प्रदेश: बानापुरा, इटारसी, सुखतावा, बुदनी, भौरा छत्तीसगढ़, पाली, मरवाही, पंडरिया पश्चिम और रघुनाथनगर वन रेंज के गांव | 3199 |
2064 |
5263 |
कुल योग | 146 | 6444 | 4113 | 10557 |